उत्तराखंड

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नैनीताल दौरे की तैयारियां पूरी, 4 नवंबर को करेंंगी कैंचीधाम के दर्शन

राष्ट्रपति 3 नवंबर को हल्द्वानी स्थित आर्मी हेलीपैड पर पहुंचेगी. इसके बाद सड़क मार्ग से राजभवन जाएंगी.

रामनगर: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के दो दिवसीय नैनीताल जनपद दौरे को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. राष्ट्रपति के आगमन को लेकर सुरक्षा, यातायात और व्यवस्थाओं को लेकर जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल के निर्देशन में प्रशासनिक मशीनरी पूरी तरह सक्रिय है.

जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल ने बताया राष्ट्रपति 3 नवंबर को हल्द्वानी स्थित आर्मी हेलीपैड पर पहुंचेगी. जहां उनका औपचारिक स्वागत किया जाएगा. इसके बाद वह सड़क मार्ग से नैनीताल राजभवन के लिए रवाना होंगी. जहां रात्रि विश्राम करेंगी. अगले दिन 4 नवंबर को राष्ट्रपति विश्व प्रसिद्ध कैंची धाम मंदिर में बाबा नीम करQली महाराज के दर्शन करेंगी. इसके बाद वह कुमाऊं विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होकर छात्रों को उपाधियां प्रदान करेंगी.

राष्ट्रपति के कार्यक्रम को देखते हुए जिला प्रशासन ने विभिन्न विभागों को दायित्व सौंप दिए हैं. जिलाधिकारी ने बताया सभी अधिकारी अपने-अपने कार्यों को पूर्ण जिम्मेदारी और समन्वय के साथ निभाएं. उन्होंने कहा सभी विभागों को कार्यक्रम से पहले व्यवस्थाएं दुरुस्त कर लेने चाहिए. जिससे भ्रमण के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो. जिलाधिकारी ने विशेष रूप से जल संस्थान को पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने, विद्युत विभाग को अबाध बिजली व्यवस्था बनाए रखने, और नगर पालिका को शहर में साफ-सफाई और लाइटिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.

वहीं, लोक निर्माण विभाग और नेशनल हाईवे प्राधिकरण को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि राष्ट्रपति के तय रूट पर सड़क किनारे कोई अव्यवस्थित सामग्री या बाधा न हो.
मुख्य चिकित्सा धिकारी को कार्यक्रम स्थलों पर एम्बुलेंस, विशेषज्ञ चिकित्सक दल, कार्डियोलॉजिस्ट और फिजिशियन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही, खाद्य सुरक्षा अधिकारी को खान-पान की गुणवत्ता पर नजर रखने और भारत दूरसंचार विभाग को कार्यक्रम स्थलों पर बेहतर नेटवर्क कनेक्टिविटी बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.जिलाधिकारी ने कहा राष्ट्रपति का यह दौरा राज्य के लिए गौरव का अवसर है. प्रशासन का प्रयास रहेगा कि भ्रमण सुरक्षित, व्यवस्थित और ऐतिहासिक रहे.

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