उत्तराखंड

रंगदारी केस: गोपाल वनवासी गिरफ्तार, रिमांड के बाद अल्मोड़ा जेल भेजा गया

बागेश्वर। कोतवाली बैजनाथ पुलिस ने रंगदारी मांगने और लोगों को धमकाने के आरोप में एक शातिर अपराधी गोपाल चंद्र बनवासी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी पर आरटीआई कार्यकर्ता की आड़ में वसूली करने का आरोप है।

गरुड़ के मेलाडुंगरी निवासी बलवंत सिंह ने 22 नवंबर को थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि रीठा निवासी गोपाल चंद्र बनवासी उनसे मकान ध्वस्तीकरण आदेश दिलाने के नाम पर एक लाख रुपये की रंगदारी मांग रहा था। शिकायतकर्ता के अनुसार, बनवासी ने झूठी शिकायतों के माध्यम से उन्हें जेल भेजने की धमकी भी दी थी।

शिकायत की गंभीरता को देखते हुए बैजनाथ पुलिस ने तत्काल मुकदमा संख्या 25/25, धारा 308(2)/308(6) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस अधीक्षक बागेश्वर चंद्रशेखर घोडके ने मामले की त्वरित विवेचना के निर्देश दिए। जांच के बाद पुलिस टीम ने 25 नवंबर को गोपाल चंद्र बनवासी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।

आरोपी गोपाल बनवासी का आपराधिक इतिहास रहा है। वर्ष 2011 में उसे धारा 366/306 (अपहरण व आत्महत्या के दुष्प्रेरण) के तहत पांच वर्ष की सजा सुनाई गई थी, जिसे वह काट चुका है। इसके अलावा, पूर्व में भी उस पर रंगदारी का एक और मामला (मु.अ.स. 21/25 धारा 308(2)/308(4)/316(2) बीएनएस) दर्ज किया गया था, जिसमें पुलिस आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है। इन मामलों के बावजूद, आरोपी अपनी हरकतों से बाज नहीं आया और दोबारा लोगों को धमकाकर रंगदारी मांगने लगा था।

इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली पुलिस टीम में उपनिरीक्षक उमेश रजवार, हेड कांस्टेबल राजेंद्र रोतेला और कांस्टेबल नरेंद्र राणा शामिल थे। पुलिस ने बताया कि क्षेत्र में रंगदारी मांगने और फर्जी शिकायतों के माध्यम से लोगों को परेशान करने वालों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा और ऐसे अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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