यूपीसीएल प्रदेश भर में सुनिश्चित कर रहा है सुचारू विद्युत आपूर्ति
उत्तराखण्ड में यूपीसीएल की सुचारू विद्युत आपूर्ति की पहल
संवाददाता
देहरादून। प्रदेश के सम्मानित विद्युत उपभोक्ताओं के लिए उत्तम गुणवत्ता एवं उचित दरों पर बिजली की उपलब्धता हेतु यूपीसीएल हमेशा से कटिबद्ध है। लगातार बढ़ रही मांग तथा बाजार से चुनौती पूर्ण प्रतिस्पार्धात्मक परिस्थितियों के बावजूद यूपीसीएल पूरे प्रदेष में हर गांव, हर घर तक सुचारू रूप से विद्युत की मांग की आपूर्ति सतत बनाये रखने हेतु संकल्पित है। प्रबन्ध निदेशक के कुशल नेतृत्व तथा इनोवेटिव पावर पर्चेज स्ट्रेटजी के फलस्वरूप आज यूपीसीएल द्वारा प्रदेश भर के विरल-अविरल उद्योगों, षहरों, दूर दराज गाँवों में सुचारू विद्युत आपूर्ति बनाये रखने में सफलता प्राप्त की है। जागरूक जनमानस के सहयोग तथा षासन एवं उत्तराखण्ड सरकार के मार्गदर्शन में ही ऐसी विद्युत आपूर्ति प्रदान किया जा पाना संभव हो पा रहा है।
30 नवम्बर, 2024 को उत्तराखण्ड के शहरों, कस्बों, ग्रामीण क्षेत्रों तथा उद्योगों में विज्ञप्ति जारी किये जाने तक यूपीसीएल स्तर से कोई शेड्यूल रोस्टरिंग नहीं की गई है तथा गत माह में विभिन्न श्रेणियों के उपभोक्ताओं की विद्युत आपूर्ति का विवरण निम्न प्रकार हैः
विभिन्न श्रेणी के उपभोक्ताओं की
माह अक्टूबर 2024 में विद्युत उपलब्धता
अविरल उद्योग 100 प्रतिशत
विरल उद्योग 100 प्रतिशत
बड़े शहर 100 प्रतिशत
छोटे शहर 100 प्रतिशत
ग्रामीण क्षेत्र 99.64 प्रतिशत
स्टील फर्नेश 100 प्रतिशत
दिनांक शेड्यूल रोस्टरिंग की स्थिति
ग्रामीण क्षेत्र स्टील फर्नेश शहरी क्षेत्र
24 नवम्बर, 2024 शून्य शून्य शून्य
25 नवम्बर, 2024 शून्य शून्य शून्य
26 नवम्बर, 2024 शून्य शून्य शून्य
27 नवम्बर, 2024 शून्य शून्य शून्य
28 नवम्बर, 2024 शून्य शून्य शून्य
कल दिनांक 01.12.2024 में कुल अनुमानित विद्युत माँग 38.16 मिलियन यूनिट की है जिसमें विभिन्न स्त्रोतों से यूपीसीएल द्वारा अनुमानित विद्युत मांग के सापेक्ष विद्युत की उपलब्धता षतप्रतिषत सुनिष्चित की जायेगी। उपरोक्त के अनुसार यूपीसीएल के स्तर से कल किसी भी प्रकार की कटौती सम्भावित नहीं है। सम्मानित उपभोक्ताओं को सुचारू विद्युत आपूर्ति उपलब्ध कराये जाने के उद्देश्य से किसी भी प्रकार की अपरिहार्य स्थिति में विद्युत की उपलब्धता में कमी होने पर रियल टाइम में Energy exchange के माध्यम से विद्युत क्रय कर प्राविधानित की जाएगी।


